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Wednesday, July 8, 2020

Muhavarey aur Lokoktiyan .......continued from 91- Hindi Vyakaran class 10th

मुहावरे और लोकोक्तियाँ 

.......continued from 90.

A hindi lesson by - Chander Uday Singh




91. कलेजा मुँह को आना-अत्यधिक व्याकुल होना।
अपने मित्र के स्वर्गवास का समाचार सुनकर मोहन को ऐसा लगा जैसे उसका कलेजा मुँह को आ गया हो।

92. कलेजे पर पत्थर रखना-धैर्य धारण करना।
पुत्र की मृत्यु का दुःख उसने कलेजे पर पत्थर रखकर सहन किया।

93. कसाई के खूटे से बाँधना-निर्दयी व्यक्ति को सौंपना।
रमेश से विवाह के बाद शीला बहुत दुःखी है। यदि हमें पता होता तो हम उसे कसाई के खुंटे से कभी नहीं बाँधते।

94. काँटों पर लोटना-ईर्ष्या से जलना, बेचैन होना।
मोहन ने सुना कि रमेश नई कार लाया है। इस समाचार से मोहन की बेचैनी बढ़ गई, तभी किसी ने कहा कि व्यर्थ काँटों पर क्यों लोटते हो।

95. कागज काला करना-व्यर्थ ही कुछ लिखना।
तुम्हारी रचनाओं को कोई भी तो पसन्द नहीं करता, व्यर्थ ही कागज काला करने से क्या लाभ है?

96. कागजी घोड़े दौड़ाना-कोरी कागजी कार्यवाही करना।
किसी भी योजना की ठोस रूपरेखा बनाए बिना केवल कागजी घोड़े दौड़ाने से समस्या हल नहीं हो सकती।

97. काठ का उल्लू होना-मूर्ख होना।
उससे बात करना बिल्कुल व्यर्थ है। वह तो निरा काठ का उल्लू है।

98. कान काटना-मात देना, बढ़कर होना।
भाषण प्रतियोगिता में छोटी कक्षा के छात्र ने बड़ी कक्षा के छात्र के कान काट लिए।

99. कान का कच्चा होना—बिना सोचे-विचारे दूसरों की बातों पर विश्वास करना।
कान का कच्चा व्यक्ति अच्छा राजा या कुशल प्रशासक नहीं हो सकता।

100. कान खड़े होना-सचेत होना।
अपने सम्बन्ध में बात होते देखकर उसके कान खड़े हो गए।

101. कान खाना-निरन्तर बातें करके परेशान करना।
यद्यपि उस समय उसकी बात सुनने की मेरी कोई इच्छा नहीं थी, तथापि उसने मेरे कान खाकर मुझे परेशान कर दिया।

102. कान पर जूं न रेंगना -बार-बार कहने पर भी प्रभाव न होना।
अब अनुत्तीर्ण हो जाने पर क्यों रोते हो? जब मैं पढ़ने के लिए बार-बार कहता था, तब तुम्हारे कानों पर जूं भी न रेंगती थी।

103. कान भरना-चुगली करना।
मोहन ने सोहन से कहा कि आज साहब नाराज हैं, किसी ने उनके कान भरे हैं।

104. काया पलट देना-स्वरूप में आमूल परिवर्तन कर देना।
आपास्थिति ने तो देश की काया ही पलट दी।

105. काला अक्षर भैंस बराबर—बिल्कुल अनपढ़।
संगीत के विषय में मेरी स्थिति काला अक्षर भैंस बराबर है।

106. कीचड़ उछालना-लांछन लगाना।
कुछ लोगों को दूसरों पर कीचड़ उछालने में मजा आता है।

107. कुएँ में भाँग पड़ना-सम्पूर्ण समूह परिवार. का दूषित प्रवृत्ति का होना।
जब घर से भागकर प्रेम-विवाह करनेवाली साधना की दूसरी बेटी भी घर से भाग गई तो सभी सुननेवालों ने यही कहा कि वहाँ तो कुएँ में ही भाँग पड़ी है।

108. कुएँ में बाँस डालना-बहुत तलाश करना।
कई दिन से कुएँ में बाँस डाल रखे हैं, किन्तु उनका मिलना तो दूर उनका कोई समाचार भी नहीं मिला है।

109. कुत्ते की मौत मरना-बुरी तरह मरना।
तस्कर व डाकू जब पुलिस के चंगुल में पड़ जाते हैं तो कुत्ते की मौत मारे जाते हैं।

110. कूप-मण्डूक होना-संकुचित विचारवाला होना।
समुद्र पार करने का निषेध करके हमारे पुरखों ने हमें कूप-मण्डूक बना रहने दिया।

111. कोयले की दलाली में हाथ काले-कुसंगति से कलंक अवश्य लगता है।
अपने मातहत दो बाबुओं को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़े जाने के आरोप में अजब सिंह को भी उनके पद से हटा दिया गया। आखिर कोयले की दलाली में हाथ काले होते ही हैं।

112. कोल्हू का बैल-अत्यन्त परिश्रमी।
मजदूर रात-दिन कोल्हू के बैल की तरह जुटे रहने पर भी भरपेट रोटी प्राप्त नहीं कर पाते।

113. खटाई में डालना-उलझन पैदा करना।
मेरे मामले का निर्णय अभी तक नहीं हुआ, लिपिक महोदय ने जान-बूझकर उसे खटाई में डाल दिया है।

114. खरी-खोटी सुनाना-फटकारना।
अध्यापक द्वारा खरी-खोटी सुनाने पर भी निर्लज्ज छात्र पर कोई प्रभाव न पड़ा।

115. खरी मजूरी चोखा काम–अच्छी मजदूरी लेनेवाले से अच्छे काम की ही अपेक्षा की जाती है।
रोजगार की तलाश में शहर जाते बेटे को समझाते हुए पिता ने कहा कि छोटे शहर में खरी मजूरी चोखा काम चाहनेवालों की कमी नहीं है।

116. खाक छानना-भटकना।
मेरा शोध-विषय इतना जटिल है कि इसके लिए मुझे दर-दर की खाक छाननी पड़ रही है।

117. खाक में मिलाना-नष्ट करना।
अयोग्य सन्तान अपने पिता की इज्जत को तनिक-सी देर में खाक में मिला देती है।

118. खून का प्यासा होना-जानी दुश्मन होना।
जब सरदार भगतसिंह ने लाला लाजपतराय की मृत्यु का समाचार सुना तो वे अंग्रेजों के खून के प्यासे हो गए।

119. खून सूख जाना—भयभीत होना।
रमेश अपने पिता से बिना कहे सिनेमा देखने चला गया। सिनेमाहाल पर अचानक अपने पिता को देखकर उसका खून सूख गया।

120. खून सफेद होना—उत्साह का समाप्त हो जाना, बहुत डर जाना।
अपने सामने एक बहुत ही भयानक चेहरे के व्यक्ति को खड़ा देखकर मानो उसका खून सफेद हो गया।


to be continued.....

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