Tuesday, June 8, 2021

Prayer for strength poem summary (in hindi also) and solutions

Prayer for strength

-Rabindranath Tagore

class 8th poem





This is my prayer to thee my lord - strike,
Strike at the root of penury in my heart. 
Give me the strength lightly to be here my joys and sorrows. 
Give me the strength to make my love fruitful in service. 
Give me the strength never to disown the poor or bend my knees before insolent might. Give me the strength to raise my mind high above daily trifles. 
And give me the strength to surrender my strength to Thy will with love.



Glossary
Meanings of new words

Penury:                 extreme poverty; (here) hardheartedness, lacking love and compassion

Fruitful:                 bearing abundant fruit; producing results

Insolent:                 disrespectful; rude

Might:                     power

Trifles:                    things of little value or significance

Thee:                       you (old use)

Disown:                   to not own


Thy:                         your (old use)

Surrender:              to yield; to give up

Summary Of the poem

The poem “Prayer for Strength” is short but beautiful poem written by Rabindranath Tagore. This inspiring poem from Gitanjali is known as Song 36 in the  book Gitanjali. In this poem, the poet prays to God to strike at the core of his heart and remove the ignorance from there. He prays to God to give him strength so that he bears the joys and sorrows of life in the same spirit. It means that the poet wants to be stoic in his nature. He wants to be in the service of humankind with sincerity and humility. He wants to help the poor and never to bend before rude and disrespectful authority. He also prays for strength to raise his head above petty and ordinary things and surrender his strength before the will of God.

Summary Of the poem in hindi

कविता "शक्ति के लिए प्रार्थना" रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखी गई छोटी लेकिन सुंदर कविता है।गीतांजलि की इस प्रेरक कविता को गीतांजलि पुस्तक में गीत 36 के रूप में जाना जाता हैइस कविता में कवि ईश्वर से प्रार्थना करता है कि वह उनके हृदय के मूल में प्रहार करे और अज्ञानता को वहां से दूर करे। वह ईश्वर से प्रार्थना करता है कि वह उसे शक्ति प्रदान करे ताकि वह जीवन के सुख-दुख को उसी भाव से सह सके। इसका अर्थ है कि कवि अपने स्वभाव में स्थिर रहना चाहता है। वह ईमानदारी और विनम्रता के साथ मानव जाति की सेवा में रहना चाहता है। वह गरीबों की मदद करना चाहता है और कभी भी असभ्य और अपमानजनक अधिकार के सामने नहीं झुकना चाहता। वह अपने सिर को क्षुद्र और सामान्य चीजों से ऊपर उठाने की शक्ति के लिए भी प्रार्थना करता है और अपनी शक्ति को ईश्वर की इच्छा के सामने आत्मसमर्पण करता है।


Thinking about the poem

Question 1: Why does the poet want God to strike at his heart?
Answer: The poet wants God to strike at his heart so that he could bear the joys and sorrows of poverty and he also prays to God to remove hardheartedness and fill up his heart with love and passion.
 
Question 2: What does the poet want the strength for?
Answer: The poet wants strength to bear all the joys and sorrows of life, to provide the hand of help to the needy, to stand firm before the insolent people, to be free from the daily trifles and to submit his whole being to the will of God.

Question 3: According to the poet, how can love be made meaningful in one’s life?
Answer: If you love someone and your love changes the life of your beloved ones in a fruitful way then, you have made your love meaningful in one’s life. It can also be made meaningful by employing it in the service of the poor.
 
Question 4: What should our attitude be towards the poor?
Answer: We should be very helpful to them. We must not abandon them in their hour of need.

Question 5: What does ‘bend my knees’ signify?
Answer: ‘Bend my knees’ in the poem means giving up of one’s courage before insolent people.

Question 6: Why does the poet want to raise his mind high above ‘daily trifles’?
Answer: The poet wants to raise his mind high above ‘daily trifles’ because he wants to overcome the thinking about the things of little value and think about the great things that may be beneficial for the people. He wants to make a good use of his energy by directing it in the service of his Lord and the needy.

Question 7: Why does the poet ask for strength to surrender his will to God’s will?
Answer: The poet asks for strength to surrender his will to God’s will because he gets an utter pleasure in satisfying the will of his Lord. By doing this, his heart will get purified and he will get love from God and will lead a good life.

Monday, June 7, 2021

cuisine of tamil nadu essay in hindi for symposium

तमिलनाडु के व्यंजन

आदरणीय सभापति महोदय शिक्षक गण मेरे प्यारे साथियों आज मुझे यह अवसर प्रदान हुआ है कि मैं आपके समक्ष इस वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा आयोजित किए गए निबंध-संग्रह  जिसका शीर्षक है तमिलनाडु के व्यंजन पर अपने विचार प्रकट करने जा रही हूं आशा करती हूं कि आप मुझे ध्यान से सुनेंगे। तमिल नाडु दक्षिण भारत का एक राज्य है जिस का इतिहास उतना ही पुराना है जितना कि भारत।

 तमिलनाडु भारत का एक ऐसा राज्य है जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यहां का इतिहास और सुंदरता पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है। तमिलनाडु का वेशभूषा, खानपान, संस्कृति, इतिहास और पर्यटन स्थल इसे बेहद खास बनाते हैं। इस राज्य ने चोलों, चेरों और पल्लवों जैसे कई राजवंशों के उत्थान और पतन को देखा है। यह राज्य प्रत्येक राजवंश के रीति-रिवाजों और परंपराओं से समृद्ध है। तमिलनाडु में प्रसिद्ध मीनाक्षी मंदिर, कन्याकुमारी या ऊटी के खूबसूरत हिल स्टेशन को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आते हैं। यह राज्य उस समय के महान राजवंशों के किलों और महलों के खंडहरों को देखने के लिए एक बहुत अच्छी जगह है।

तमिलनाडु भारत का एक ऐसा राज्य है जिसका नाम धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत में सबसे ऊपर है! यहां का इतिहास और सुंदरता देश विदेश के पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है। तमिलनाडु को उसके  वेशभूषा, खानपान, संस्कृति, इतिहास और पर्यटन स्थल के कारण पहचाना जाता है।

तमिलनाडु में प्रसिद्ध जगह की बात की जाये तो मीनाक्षी मंदिर, कन्याकुमारी सबसे प्रसिद्ध जगह में से एक है!
अगर कोई तमिलनाडु के खाने के बारे में सोचें तो दिमाग में केवल डोसा इडली हे आता है पर ये सच नहीं है खाने के मामले में तमिलनाडु बहुत आगे है और वह पर बहुत स्वादिष्ट व्यंजन बनाये और खाये जाते है!
अगर जमीनी हकीकत देखे तो साउथ इंडिया में खाने का बेस चावल ही है! वह पर गेहूं बहुत ही कम खाया और उगाया जाता है इसलिए चावल सबसे ज्यादा खाने वाला अनाज है

स्वादिष्ट तमिलनाडु वेज व्यंजन 

पोंगल डिश  

पोंगल दक्षिण भारत की एक पांरपरिक और प्रसिद्व डिश है। पोंगल खाने में बहुत लाइट होता है। सब इसको खाना पसंद करते है क्‍योंकि ये मुंह में डालते ही घुल जाता है और आसानी से हज़म हो जाता है और पेट भी सही रहता है!
पोंगल को पके हुए चावल और दाल के साथ पकाया जा सकता है। इसको देसी घी में बनाए तो ज्यादा स्वादिष्ट बनता है
बेहतरीन स्वाद के साथ साथ ये बहुत आसानी से हज़म होनी वाली डिश है इसिलए इसको ज्यादा पसंद किया जाता है

रवा उपमा 
रवा उपमा बहुत ही खास डिश है जो अक्सर हर घर में बनाई जाती है! इसको बनाने में २०-३० मिनट का वक़्त लगता है!
ये एक ऐसी डिश है जिसका जन्म साउथ इंडिया में हुआ पर ये भारत और भारत से बाहर भी बहुत ही पसंद से बनाई और खाई/खिलाई जाती है और अगर आप किसी भी साउथ इंडियन रेस्टोरेंट में जाएंगे तो आपको ये डिश जरूर मिलेगी
इसको बनाना बहुत ही आसान है इसमें आपको सूजी को भुनाना है और उसमे सब्जियां डाल कर, नमक मिर्च, पानी डाल कर आसानी से बनाया जा सकता है

नारियल की चटनी 
भारत में अलग अलग प्रकार की चटनी बनाई जाती है कुछ लोग धनिये की चटनी पसंद करते है और कुछ टमाटर प्याज़ की! साउथ इंडिया में नारियल की चटनी प्रसिद्व है इसका मुख्य कारण है वह पर नारियल की पैदावार! साउथ इंडिया कोई भी डिश बना लो गोले की चटनी के बिना वो अधूरी है!
नारियल की चटनी में बढ़िया स्वाद लाने के लिए भुनी हुई चने की दाल, इमली का पेस्ट, और जीरा डाला जाता है

सेमियां पायसम,  
आप किसी भी भारत की हिस्से में चले जाओ आपको मीठा खाने वाले जरूर मिलेंगे! भारत में मीठा पसंद किया जाता है! साउथ इंडिया में प्रसिद्ध मीठी डिश है सेमियां पायसम
इसका बेस दूध पर होता है Semiyan आराम से बाजार में मिल जाती है उसको भूनकर दूध में पकाया जाता है और स्वाद अनुसार उसमे चीनी , पिसी हुई इलायची, ड्राई फ्रूट्स डाले जाते है

टोमेटो रसम 
टोमेटो रसम एक प्रसिद्व साउथ इंडियन डिश है जो स्वाद के साथ साथ सेहत के लिए भी बहुत बढ़िया डिश है! इसको सूप की तरह भी पीते है जिससे शरीर में आराम मिलता है, सर्दी झुकाम के वक़्त गरम गरम पीने से फायदा मिलता है!
तमिल भाषा में टमाटर को Thakkali बोलते है इसिलए इसको Thakkali Rasam भी बोला जाता है!
टमाटर इसमें सबसे मुख्य सामग्री है पर इसमें तेज़ मसाले, लहसुन, अदरक स्वाद को और बढ़िया कर देते है!


लेमन राइस  
ये एक प्रसिद्व और सबसे ज्यादा खायी जाने वाली डिश है साउथ इंडिया में! जैसे की नाम से खुद पता चलता है की इसमें क्या खास है! जी हाँ इसमें  मुख्य सामग्री नीबू और चावल है!
ये डिश बनानी बहुत आसान है इसमें नीबू, चावल के साथ साथ, सरसो के दाने, उड़द की दाल, मसाले मुख्य सामग्री है!
इस डिश को हम बचे हुए चावलों के साथ भी बना सकते है

बैगन सांभर। 
मुख्य रूप से इस डिश को बनाने के लिए छोटे हरे रंग की बैगन का इस्तेमाल किआ जाता है! पर जरुरी नहीं की वो ही  बैगन चाहिये, ये किसी भी बैंगन से बनाया जा सकता है!
सांभर का नाम सुनते ही साउथ इंडियन डिशेस का स्वाद आने लगता है! सांभर कई प्रकार से बनाये जाते है! इसको हम इडली, सांभर, राइस किसी के भी साथ खा सकते है! ये स्वाद के साथ साथ सेहत के लिए भी बढ़िया होता है

चुकंदर गाजर की सब्जी। 
ये है चुकंदर गाजर की सब्जी है जिसमे हलके मसाले होते है! इसको आप रोटी, डोसा, या किसी भी रूप में खा सकते है! ये बहुत ही लाइट होता है और इसको बनाए में ज्यादा टाइम भी नहीं लगता! हमने तोह ये सबसे पहली बार रामेश्वरम में खाया था सपद(लंच)मे।  जैसे की इसमें चुकंदर और गाजर है तोह सेहत के लिए भी ये बहुत बढ़िया डिश है!

दही चावल। 
दही चावल पूरे साउथ इंडिया में सिग्नेचर डिश है! कहा जाता है साउथ इंडिया में किसी का भी खाना बिना curd Rice खाये पूरा नहीं हो सकता!
लास्ट मील लोग कर्ड राइस ही खाना पसंद करते है!
आप कह सकते है इसको बनाना चाय बनाए से भी आसान है आपको बस ३ चीज़ो की जरुरत है, दही,चावल और नमक! 

रवा इडली। 
रवा/सूजी की इडली बहुत ही सॉफ्ट, लाइट डिश है जो हम नारियल की चटनी के साथ, सांभर के साथ खा सकते है! इसको बनाना बहुत आसान है!
ये एक डाइट फ़ूड भी है क्युकी इसमें तेल, घी का इस्तेमाल नहीं होता इसको भाप से बनाया जाता है और एहि इसके स्वाद के लिए उत्तम होता है

रवा डोसा। 
साउथ इंडियन प्लेट बिना डोसा के पूरी हो ही नहीं सकती! और डोसा भी कई प्रकार के होते है जैसे रवा डोसा, राइस फ्लौर डोसा, पनीर डोसा, मिक्स वेज डोसा!
रवा/सूजी से हम कई तरीके की डिशेस बना सकते है! डोसा हम नारियल की चटनी के साथ, सांभर के साथ खा सकते है! ये खाने में बहुत हल्का होता है!


धन्यवाद 

MESSAGE WRITING for Class 8th


MESSAGE WRITING

 for Class 8th



What is Message Writing?

A message is the method of conveying information in a precise and clear manner.

What is a message?

A message refers to a brief piece of information that you write down for a person when you cannot contact them directly. A message can be both written or oral.


Example

When you were not at home, your friend called and informed your sister about the cancellation of a plan for the next day. So, your sister will leave you a message before going out to inform you about your friend’s call.

Messages can be passed through different mediums, be it phones, texts or emails. But for school students, a generic form of message writing is included under the English syllabus. For this type of writing, they get to learn about retrieving and interpreting information through the conversation given. Then, they are taught about writing the basic inputs into a well-drafted format.

Points to be kept in mind.

  1. How to write a message effectively:
  2. Use appropriate language, style and format.
  3. It can be written both in a formal and informal tone.
  4. Be clear, brief and direct


Word Limit

It is essential for students to stick to the given word limits in order to get full marks for message writing questions. The standard word limit set by JKBOSE for such questions is 50 words. Make sure you are covering all the essential points within the word limit. 

General Instructions for message writing:


  • A message does not need an address.
  • The message must be put in a box.
  • The key points are to be very brief and precise

EXAMPLE 1:


Read the conversation between Sahil and Suresh . Sahil was going out and so he left a message for his father. Draft a message about the same in not more than 50 words.



Now this is how we will write a message based on the above conversation.

MESSAGE





EXAMPLE 2:

You are Simran. Your brother is not at home. You received a call from his friend regarding the cancellation of dance class. Since you have to go out, you will leave a message for him. Draft a message about the same in not more than 50 words.


Now this is how we will write a message based on the above conversation.





Here is an exercise for you to understand how to write messages. Practice it and let me know how helpful these were in the comment section below!

Exercise 1: Write Message from a Conversation between Harish and Neha. As Neha has to visit her friend, she leaves a message for Raj as per her conversation with Harry. Write the message on her behalf.



Do it youself.


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