जम्मू की चित्रकला
Jammu ki chitrkala
A hindi lesson by-
Chander Uday Singh
जम्मू की चित्रकला
प्रश्न अभ्यास भाग-2
उत्तर. राजा ध्रुव देव, जिसका राज्यकाल 1702 ईस्वी से 1730 ईस्वी तक रहा, अपने समय का शक्तिशाली शासक था। उसके उपरांत जम्मू के शासक रंजीत देव के समय के पहाड़ी चित्र उपलब्ध हुए। 18 वीं शताब्दी का उत्तरार्ध 'जम्मू-कलम' का स्वर्णिम काल माना जाता है। उस काल में बहुत से चित्रकार हुए और उनके सृजन का स्तर भी ऊंचा रहा। उनका प्रेरणा स्रोत जम्मू के सुप्रसिद्ध राजा रंजीत देव का छोटा भाई बलवंत देव था।
प्रश्न 7. पंडित संसार चंद ने जम्मू कलम को जीवित रखने में क्या योगदान दिया?
उत्तर. जगतराम छुनिया के शिष्य पंडित संसार चंद थे। पंडित संसार चंद बहुत ही प्रतिभा संपन्न थे। उन्होंने एक ओर 'जम्मू-कलम' अथवा 'पहाड़ी कलम' की शैली को जीवित रखा, तो दूसरी ओर पुरानी और नई शैली के मिश्रण के चित्र बनाए हैं। आपके इन प्रयोगों की बड़ी प्रशंसा हुई है और देश-विदेश में यह चित्र देखें, खरीदे व सराहे गए हैं। प्रकृति चित्रण में आप सिद्धहस्त थे। 'डोगरा आर्ट गैलरी' के निर्माताओं में से थे तथा गैलरी के प्रथम संग्रह पाल (क्यूरेटर) भी रहे थे।
प्रश्न 8. 'जम्मू-कलम' के प्रसिद्ध समकालीन चित्रकारों के नाम लिखें।
उत्तर. पंडित संसार चंद की कला परंपरा को आगे बढ़ाने में उनके 3 शिष्यों ओ.पी. शर्मा सारथी, देवदास तथा गिरधारी लाल कार्यरत हैं। यह सभी चित्रकार समकालीन हैं तथा वर्तमान में कला का निखार कर रहे हैं।
प्रश्न 9. पहाड़ी चित्रकला की विशेषता के बारे में 3 वाक्य लिखें।
उत्तर.पहाड़ी चित्रकला (कलम) की कई विशेषताएं हैं। सबसे बड़ी विशेषता यह है कि डेढ़ सौ साल बीत जाने पर भी इनके रंग ऐसे ताजा हैं कि जान पड़ता है कि अभी लगाए गए हैं। इन में प्रयुक्त रंग बहुदा मिट्टी से बनाए जाते थे पूर्णविराम कुछ एक वनस्पति और पुष्पों से भी निर्मित करते थे।
दूसरी विशेषता रेखा को और नख-शिख चित्रण की है। रेखाएं पूर्ण रूप से सजी हुई हैं और नक्श एक बहुत ही सूक्ष्म और बारीक रेखाओं से बनाए गए हैं।
इनमें वनस्पति, फूल, वृक्षों का चित्रण बहुत बारीकी और कलात्मकता के साथ किया गया है। वस्त्रों का चित्रण पारदर्शी तथा मोहक है। महलों, मुंडेरों, मेहराबों तथा द्वारों पर बेल बूटे का बारीक कार्य देखते ही बनता है इन्हीं गुणों के कारण इन चित्रों ने देश-विदेश में ख्याति अर्जित की है और भारत का नाम संसार भर में उजागर किया है।
No comments:
Post a Comment